ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका का बड़ा हमला

शनिवार को America की सेना ने Iran के तीन अहम न्यूक्लियर ठिकानों – Fordow, Natanz और Esfahan – पर हमला किया। यह हमला सिर्फ इज़राइल-ईरान संघर्ष को और बढ़ाने वाला नहीं है, बल्कि इससे लोगों में रेडिएशन फैलने का डर भी पैदा हो गया है, क्योंकि ये सभी साइट्स परमाणु से जुड़ी थीं।
रेडिएशन का डर, लेकिन कोई खतरा नहीं
Iran की न्यूक्लियर अथॉरिटी ने कहा है कि इन हमलों से लोगों को कोई खतरा नहीं है। ईरान के सरकारी ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि इन साइट्स पर ऐसा कोई मटेरियल नहीं था जिससे रेडिएशन फैल सके।
IAEA की पुष्टि – रेडिएशन नहीं फैला
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) ने भी कहा कि इन ठिकानों पर किसी भी तरह की रेडिएशन की बढ़ोतरी नहीं देखी गई। इससे पहले इज़राइल के हमलों के समय भी रेडिएशन का डर फैला था, लेकिन तब भी कोई रेडियोधर्मी पदार्थ बाहर नहीं निकला था।
परमाणु साइट्स पर हमला नहीं होना चाहिए – IAEA
IAEA ने पहले भी कई बार चेतावनी दी है कि न्यूक्लियर साइट्स पर हमला करना खतरनाक होता है, क्योंकि इससे आम लोगों की सुरक्षा पर खतरा पैदा हो सकता है।
हमले से पहले साइट्स को खाली कर दिया गया था
Iran के एक अधिकारी ने बताया कि हमलों से पहले ही इन ठिकानों को खाली कर दिया गया था। ईरान के सरकारी टीवी के राजनीतिक उप-प्रमुख हसन अबेदिनी ने कहा,
“सभी संवेदनशील यूरेनियम मटेरियल पहले ही दूसरी जगह भेज दिए गए थे। वहां कुछ भी ऐसा नहीं बचा था जिससे रेडिएशन फैल सकता।”
सरकारी नौकरी नहीं मिली, कोई बात नहीं! इस शख्स ने एक छोटे से तालाब से कमाए लाखों रुपये Pearl farming.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन हमलों की पुष्टि की और Iran को चेतावनी दी कि अगर वह शांति के लिए तैयार नहीं हुआ, तो और भी ठिकानों पर हमले किए जाएंगे।
उन्होंने कहा,
“अगर जल्दी शांति नहीं आई, तो अगली बार हम और भी ज्यादा तेजी और सटीकता से हमला करेंगे।”
यह फैसला कई दिनों की बातचीत के बाद आया और ट्रंप ने जो खुद के लिए दो हफ्ते की समय सीमा तय की थी, उससे पहले ही हमला कर दिया गया।