Rajasthan में Bullet Train का सपना जल्द हो सकता है सच
राजस्थान में जल्द ही Bullet Train दौड़ सकती है। केंद्र सरकार मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट को दिल्ली तक बढ़ाने की योजना बना रही है। इस विस्तार में राजस्थान के कई प्रमुख शहरों को जोड़ने की तैयारी है, जिससे राज्य को देश के बुलेट ट्रेन नेटवर्क से जोड़ा जा सकेगा।

कहां बन रहा है Bullet Train ट्रायल ट्रैक?
राजस्थान के नागौर जिले के सांभर झील के पास, नवां शहर से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर Bullet Train के लिए हाई-स्पीड ट्रायल ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। यह क्षेत्र जोधपुर रेलवे डिवीजन के अंतर्गत आता है।
प्रस्तावित रूट और शहर
यह प्रस्तावित हाई-स्पीड रेल रूट दिल्ली से अहमदाबाद तक लगभग 878 किलोमीटर लंबा होगा और राजस्थान के 657 किलोमीटर हिस्से से गुजरेगा। यह रूट जयपुर, अजमेर, उदयपुर, अलवर, भीलवाड़ा, डूंगरपुर और चित्तौड़गढ़ जैसे शहरों को जोड़ेगा।
कितने स्टेशन होंगे?
इस रूट पर कुल 11 स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें से 9 स्टेशन राजस्थान में होंगे:
- बेहरोड़ (अलवर)
- शाहजहांपुर
- अजमेर
- जयपुर
- विजयनगर
- चित्तौड़गढ़
- भीलवाड़ा
- उदयपुर
- डूंगरपुर (खेरवाड़ा)
स्टेशन दिल्ली के द्वारका सेक्टर-21 से शुरू होकर गुरुग्राम, मानेसर, रेवाड़ी होते हुए अलवर के शाहजहांपुर सीमा तक जाएगा और फिर नेशनल हाईवे-48 के साथ-साथ राजस्थान के विभिन्न शहरों से होते हुए अहमदाबाद पहुंचेगा।
जोधपुर को क्यों नहीं शामिल किया गया?
जोधपुर, जो लंबे समय से हाई-स्पीड रेल कनेक्टिविटी की उम्मीद कर रहा था, को इस रूट से बाहर रखा गया है। अहमदाबाद-दिल्ली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के सर्वे और अंतिम डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) में जोधपुर को शामिल नहीं किया गया है।
अब तक की प्रगति
- मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 508 किलोमीटर है, जिसमें से 300 किलोमीटर ट्रैक पहले ही बिछाया जा चुका है।
- दिल्ली-अहमदाबाद कॉरिडोर में राजस्थान का हिस्सा लगभग 75% (657 किमी) होगा।
लाभ क्या होंगे?
अगर यह प्रोजेक्ट सफल होता है तो:
- यात्रा का समय काफी कम होगा
- पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
- स्थानीय विकास को गति मिलेगी
- राजस्थान देश के प्रमुख औद्योगिक और तकनीकी गलियारों से सीधे जुड़ जाएगा.