Sachin Tendulkar का Prithvi Shaw के प्रति भरोसा

साल 2014 में 15 साल के Prithvi Shaw ने क्रिकेट जगत में अपनी छाप छोड़ी थी। उन्होंने छोटे-छोटे टूर्नामेंट में जबरदस्त प्रदर्शन किया और उन्हें भारत का अगला Sachin Tendulkar कहा जाने लगा। 2013 में उन्होंने हैरिस शील्ड मैच में 546 रन बनाए थे, जो बेहद शानदार था। बाद में, रणजी ट्रॉफी डेब्यू पर भी शतक जमाया।
अंडर-19 विश्व कप जीत और राष्ट्रीय टीम में चयन
18 साल की उम्र में Prithvi Shaw ने भारत को अंडर-19 विश्व कप जिताया। उस टीम में Shubman Gill, Arjun Tendulkar और Abhishek Sharma भी थे, जो अब भारतीय टीम का हिस्सा हैं। उसी साल उन्हें भारतीय टीम में चुना गया और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू पर शतक लगाया। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चोट के कारण उन्हें वापसी करनी पड़ी। उनकी किस्मत ऊपर-नीचे होती रही लेकिन वे बार-बार वापसी करते रहे।
विवाद और मुश्किलें
खांसी की दवाई के कारण Prithvi Shaw पर एक बार प्रतिबंध लगा था, लेकिन वे चयनकर्ताओं की नजर में बने रहे। लेकिन पिछले साल वे मुंबई की रणजी टीम से बाहर हो गए और आईपीएल की नीलामी में भी बिके नहीं। अनुशासन की समस्याओं को लेकर अफवाहें फैलने लगीं। Shaw ने माना कि गलत संगत की वजह से उनका ध्यान क्रिकेट से भटका था। ऐसे समय में सचिन तेंदुलकर ने उनका साथ दिया।
सचिन तेंदुलकर का मेंटरशिप और समर्थन
Shaw ने बताया कि सचिन तेंदुलकर उनके जीवन और संघर्ष को समझते हैं। वे कहते हैं कि सचिन सर ने उन्हें बार-बार हिम्मत दी और कहा, “Prithvi, मैं तुम पर विश्वास करता हूँ। सही रास्ते पर वापस आ जाओ” सचिन तेंदुलकर का ये भरोसा Shaw के लिए बहुत मायने रखता है।
Prithvi Shaw की वापसी की कोशिश
Prithvi Shaw ने जुलाई 2021 के बाद भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला। जनवरी 2022 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम में चुने गए, लेकिन मैच नहीं खेल पाए। घरेलू क्रिकेट में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया, जैसे असम के खिलाफ 379 रन और नॉर्थहम्पटनशायर के लिए 244 रन की पारी। लेकिन फिर उनका प्रदर्शन गिरा। हाल ही में मुंबई टी20 लीग में भी उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा।
कड़ी मेहनत और भविष्य की उम्मीद
Prithvi Shaw हार नहीं मान रहे हैं। वे फिर से कड़ी मेहनत कर रहे हैं, वजन कम किया है और वादा किया है कि 2018 जैसी फिटनेस फिर हासिल करेंगे। उनका लक्ष्य एक बार फिर से भारतीय टीम में वापसी करना है।